Benefits of online digital clinics ऑनलाइन डिजिटल क्लीनिक के लाभ
ऑनलाइन डिजिटल क्लीनिक के लाभ: टेलीमेडिसिन और डिजिटल मेडिसिन के तेजी से विकास के साथ, रोगियों को ऑनलाइन डिजिटल क्लीनिक […]
ऑनलाइन डिजिटल क्लीनिक के लाभ: टेलीमेडिसिन और डिजिटल मेडिसिन के तेजी से विकास के साथ, रोगियों को ऑनलाइन डिजिटल क्लीनिक […]
प्रकृति के उपचार का नियम क्या है? प्रकृति के उपचार का नियम है, “एक समान और मजबूत बीमारी एक समान और कमजोर बीमारी को खत्म करती है। “सिमिलिया सिमिलिबस क्युरेंचर”, “समः समम शमयति” अर्थात समान ही समान का शमन करता है अर्थात जैसे को तैसा।
अगर एक पंक्ति में कहा जाए तो होमियोपैथी “आदर्श उपचार” की एकमात्र पद्धति है। वह उपचार जो रोगी को स्वास्थ्य की प्रकृतिक अवस्था में पुनः स्थापित कर दे।
अक्सर लोग पूछते हैं कि होमियोपैथी में फलाना रोग की कौन सी दवा है? यह समझ लेना चाहिए कि अक्सर जिसे रोग कहा जाता है, वह केवल एक लक्षण या किसी एक अंग से संबंधित लक्षण होते हैं, जबकि रोग का कारण रोगी की जीवनी शक्ति में अव्यवस्था होती है।
अक्सर जो होता है मौका, उसे लोग समझ लेते हैं समस्या। क्योंकि मौका हमेशा पहले भेष बदलकर ही आता है। अर्थात समस्या के रूप में ही वह नजर आता है।
रोग ऊपर से नीचे, अंदर से बाहर और जिस क्रम में प्रकट हुए हैं, उसके विपरीत क्रम में ही खिसकना चाहिये।
कुछ लोग कहते हैं कि, होम्योपैथीक दवाएं अन्य किसी भी तरह की दवा के साथ दी जा सकती हैं! मैं इससे बिलकुल सहमत नहीं हूँ
पसंद है लोगों की जो, वो करना व्यापार है। जरुरत है लोगों की जो, वो करना उपचार है।।